चीन के बाद एचएमपीवी की भारत में दस्तक…
चीन मेटान्यूमोवायरस है। देशभर में पांच बच्चे संक्रमित मिले हैं। इनमें कर्नाटक में तीन माह की बच्ची और आठ महीने का बच्चा है। वहीं, गुजरात के अहमदाबाद में दो माह के बच्चे में यह संक्रमण मिला। तमिलनाडु के चेन्नई में दो संक्रमित बच्चों का इलाज चल रहा है।
नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की जांच के बाद इन बच्चों को संक्रमित घोषित किया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सभी की हालत स्थिर है और इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। सभी मामलों में संक्रमित बच्चों की विदेश यात्रा का कोई इतिहास नहीं है।
दिल्ली, आंध्र प्रदेश में अलर्ट
केंद्र सरकार के निर्देशों पर दिल्ली व आंध्र प्रदेश ने अलर्ट जारी किया गया है। दिल्ली सरकार की अधिकारी डॉ. वंदना ने बताया कि सभी जिला स्वास्थ्य टीमों को एडवाइजरी जारी करते हुए ऐसे मामलों की सूचना तत्काल उपलब्ध कराने का आदेश दिया है।
अहमदाबाद में संक्रमित बच्चे का परिवार
के राजस्थान के डूंगरपुर का रहने वाला है। वहां प्रभारी चिकित्सा अधिकारी भाविन सोलंकी ने बताया, सांस संक्रमण के चलते शिशु को 24 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी हालत स्थिर है, अभी उसे आइसोलेशन में रखा गया है।
एचएमपीवी वायरस से चिंतित घरेलू शेयर
बच्चे व कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले रहें सतर्क
■ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह पहली बार नहीं है, जब भारत में इसके मरीज मिले। कई दशकों से बच्चों में इस संक्रमण के मामले मिलते रहे हैं।
आईसीएमआर की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. निवेदिता गुप्ता ने कहा, एचएमपीवी बच्चों, बुजुगों वाले लोगों को प्रभावित करता है। फिलहाल यह कहना उचित नहीं है और कमजोर रोग प्रतिरोधकता कि यह कोरोना जैसा है, लेकिन सर्दी, खांसी, बुखार, कफ जैसे लक्षण वैसे ही हैं। अच्छी बात यह है कि इसका इलाज मौजूद है।
संक्रमण ब्रऑकियोलाइटिस और निमोनिया की स्थिति पैदा कर सकता है। इसके चलते संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है