रुद्रपुर: कांग्रेस के संपर्क में ठुकराल
पूर्व विधायक बोले-राजनीति में कुछ भी नहीं रहता है स्थायी

रुद्रपुर। नगर निगम का आरक्षण तय होने के बाद सियासी दलों में मजबूत दावेदारों को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। पूर्व विधायक राजकुमार शुकराल निकाय चुनाव में भागीदारी के एलान के बाद सियासी चर्चा के केंद्र में हैं।
सूत्रों के अनुसार दो दिन पहले तक कांग्रेस के निशाने पर रहे ठुकराल पार्टी के नेताओं के संपर्क में हैं। गार्टी का एक धड़ा ठुकराल र्को मेयर का चुनाव लड़ने के पक्षधर है और इसी धड़े की ओर से ठुकराल की गैरवी बड़े नेताओं से की जा रही है। हालांकि ऑडियो प्रकरण और एक दिग्गज नेता की ठुकराल से नाराजगी को दूर करने का रास्ता भी तैयार किया जा रहा है।
• दरअसल निकाय चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा के इस दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है। दूसरी ओर झांग्रेस के पास पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा के जलावा पार्टी का बड़ा लोकप्रिय नाम नहीं है। पार्टी निगम बनने के बाद लगातार दो चुनाव हारती आ रही है इसके साथ ही तीन विधानसभा चुनावों में भी शिकस्त खा चुकी है। लिहाजा पार्टी की कोशिश नगर निगम चुनाव में दमदार वापसी की है। इसके लिए पार्टी को मजबूत दावेदार की तलाश है।
पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा को पार्टी पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट दे चुकी है। लिहाजा पार्टी की प्राथमिकता में दूसरे को मौका देना रहेगा। पार्टी से महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा, व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा और निवर्तमान पार्षद मोहन खेड़ा भी दावेदार हैं। इन सबके बीच कांग्रेस में अचानक पूर्व विधायक ठुकराल की चर्चा जोरों से है। सूत्रों के अनुसार रविवार को ठुकराल की कुछ कांग्रेस नेताओं से मुलाकात हुई है। इसके साथ ही कुछ नेता उनको पार्टी में लाने के लिए पैरवी में जुटे है। कुछ नेताओं ने प्रदेश के बड़े नेताओं को फोन कर ठुकराल के कांग्रेस में आने पर चुनाव के बदले समीकरण की जानकारी भी साझा की है।
इस संबंध में ठुकराल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर चर्चाएं होती रहती हैं। यह तो है कि वह या उनका भाई संजय दोनों में से एक चुनाव लड़ेंगे। जहां तक कांग्रेस में जाने का सवाल है तो राजनीति में कुछ स्थायी नहीं रहता है