लोकल न्यूज़

12 वर्ष की नाबालिग से दूसरे समुदाय के बुर्जुग ने किया दुष्कर्म  सरोवर नगरी में घटना से भड़के लोग, तोड़-फोड़  छाबनी में तब्दील हुआ नैनीताल

ईशान श्रीवास्तव (सहारा टाइम)। उत्तराखंड की सरोवर नगरी नैनीताल शहर में बुधवार को अचानक सांप्रदायिक तनाव हो गया। रात करीब साढ़े नौ बजे के बाद एक किशोरी से समुदाय विशेष के बुजुर्ग के दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया। इसकी सूचना शहर में आग की तरह फैल गई, जिसके बाद हिंदू संगठनों ने मुस्लिम समाज के लोगों की दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। विरोध करने वाले लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरु कर दिया। गुस्साए लोगों ने धार्मिक स्थल के दरवाजे पर पथराव भी किया।

शहर का माहौल खराब होने पर अचानक पूरा बाजार बंद हो गया। सांप्रदायिक तनाव की स्थिति देखते हुए भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। इस बीच पकड़े गए आरोपी को अपने हवाले करने की मांग करते हुए भीड़ ने मल्लीताल कोतवाली घेर ली। बाहर ही धरना शुरू कर दिया गया।

बताया जा रहा है कि किशोरी से पिछले दिनों हुए दुष्कर्म का यह मामला बुधवार देर शाम कोतवाली पहुंचा। थोड़ी देर बाद हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारियों को पता चला तो वे कोतवाली पहुंच गए। घटना के बारे में और लोगों को भी जानकारी मिल गई। इसके बाद गुस्साए लोगों की भीड़ मल्लीताल की सड़कों पर इकट्ठी हो गई। लोगों ने हंगामा करते हुए समुदाय विशेष के लोगों की दुकानों में तोड़फोड़ कर दी। वाहनों को भी निशाना बनाया। साथ ही कुछ दुकानदारों को बाहर निकालकर पीटा। बचाने की कोशिश करने वालों पर भी डंडे चलाए। मारपीट नहीं रुकी तो मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। उपद्रव पर नियंत्रण के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। इस दौरान कई लोगों के घायल होने की भी आशंका जताई जा रही है।

हंगामे के बाद मल्लीताल बाजार से तल्लीताल तक एक समुदाय की दुकानें बंद हो गई। देर रात तक लोग आरोपी को कोतवाली से बाहर निकालने की मांग करते रहे। इसके लिए जमकर नारेबाजी भी की गई। एसपी डॉ. जगदीश चंद्र समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

पुलिस अधीक्षक क्राइम जगदीश चंद्र ने बताया कि बालिका के साथ दुष्कर्म का मामला आया है। आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। मामले को लेकर लोगों में आक्रोश है। पुलिस शांति व्यवस्था बनाने की कोशिश कर रही है। आसपास के थानों से पुलिस बुला ली गई है। पीड़िता का मेडिकल कराया जा रहा है।

गाड़ी पड़ाव में घरों में तोड़फोड़ कर रहे लोगों को रोकने के लिए पुलिस को लाठियां चलानी पड़ीं। इसके बाद भीड़ तितर-बितर हुई। तभी कुछ भीड़ कम हुई। हालांकि पुलिस के लाठी चलाने पर कई हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता भड़क उठे और दोबारा कोतवाली के सामने धरने पर बैठ गए। हिंदूवादी संगठन ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए।

बुधवार रात हुए बवाल की वजह बनी दुष्कर्म की घटना अभी पूरी तरह सामने नहीं आ पाई है। वहीं कोतवाली के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि हवस का शिकार हुई किशोरी की मां रिश्तेदारी में कहीं बाहर गई थी। पति और बच्चे यहीं थे। ऐसे में अपने घर का कामकाज कराने के लिए तीन दिन पहले बुजुर्ग ने महिला की बेटी को अपने यहां बुला लिया था। उसने बालिका को 200 रुपये भी दिए। अगले दिन वह किशोरी को अपनी कार में ले गया और दुष्कर्म किया। उसने किशोरी को शहर की एक प्रमुख रोड पर उतार दिया और चला गया। किशोरी के घरवालों को जब जानकारी हुई तो बुधवार को उन्होंने पुलिस से संपर्क किया।

जिस बुजुर्ग ठेकेदार पर दुष्कर्म का आरोप लगा है, उसका बेटा यहां के सरकारी अस्पताल में ही डॉक्टर है। उसी अस्पताल में किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराने की जब तैयारी की गई तो भीड़ और गुस्सा गई। लोगों का कहना था कि इस अस्पताल में किसी सूरत में मेडिकल परीक्षण सही नहीं होगा। यह भी आरोप लगा कि पुलिस की आरोपी बुजुर्ग से मिलीभगत है, इसलिए उसे बचाने का हर तरीका पुलिस इस्तेमाल कर रही है। इसी कारण भीड़ ने बुजुर्ग के साथ उसके बेटे पर भी कार्रवाई की मांग रखी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!