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मंत्री के इस्तीफे’ के बाद उत्तराखंड का ‘सियासी पारा हाई’

थमने के बजाय और गहराया पहाड़ बनाम मैदान का विवाद,धामी कैबिनेट में अब पांच मंत्री पद खाली, मंत्रिमंडल

के विस्तार की अटकलें तेज, मंत्री पद के दावेदार मंत्री पद के दावेदार भाजपा विधायकों के चेहरे खिले

 

देहरादून। वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद सूबे का सियासी पारा अचानक हाई हो गया है। वित्त जैसा महत्वपूर्ण विभाग संभालने वाले मंत्री के इस्तीफे के बाद जहां धामी कैबिनेट तनिक कमजोर नजर आने लगी है, वहीं धामी कैबिनेट के विस्तार की अटकलें भी तेज हो गई हैं ।मजे की बात तो यह है कि मंत्रिमंडल के संभावित विस्तार की सुगबुगाहट मात्र से मंत्री पद के दावेदार भाजपा विधायकों के चेहरे की लालिमा और भी गहरा उठी है। इस तमाम घटनाक्रम से जुड़ा सबसे दुर्भाग्यपूर्ण पहलू तो यह है कि इस्तीफा देने वाले मंत्री के विवादित बोल से उठ खड़ा हुआ पहाड़ बनाम मैदान का विवाद शांत होने की बजाय और भी गहराता नजर आ रहा है।वह इसलिए, क्योंकि प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद जहां एक ओर ऋषिकेश में आतिशबाजी कर बाकायदा जश्न मनाया गया और इस दौरान बोल पहाड़ी हल्ला बोल के नारे हवा में गूंजे। वहीं, दूसरी ओर इस इस्तीफे के साथ देहरादून में मैदानी एकता जिंदाबाद के नारे भी बुलंद किए गए।उल्लेखनीय है कि बीते रोज उत्तराखंड के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने देहरादून में एक प्रेस कॉन्Úेंस आयोजित कर बड़े ही भावुक अंदाज में इस्तीफे का ऐलान किया। इस्तीफे के ऐलान के बाद वे सीएम धामी से मिलने पहुंचे और उन्होंने सीएम धामी को इस्तीफा सौंप दिया। प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के तुरंत बाद ही जश्न की खबरें भी आनी शुरू हो गई । सबसे पहले ऋषिकेश से जश्न की तस्वीरें सामने आई। जहां ,नारेबाजी करते हुए जमकर आतिशबाजी की गई। इसके अलावा प्रदेश के दूसरे इलाकों में भी प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे की मांग कर रहे संगठनों ने खुलकर जश्न मनाया। उधर इस्तीफा देकर प्रेमचंद अग्रवाल देर शाम जब अपने घर पहुंचे तो उनके समर्थकों ने अग्रवाल के समर्थन में जबरदस्त नारेबाजी की। इस दौरान मैदानी एकता जिंदाबाद के गगन भेदी नारे लगाए गए। प्रेमचंद के घर पर पहुंचने पर सभी समर्थकों ने एक स्वर में प्रेमचंद अग्रवाल के साथ खड़े होने की बात कही है। प्रेममचंद अग्रवाल के इस्तीफे से आहत समर्थकों ने देहरादून बाजार बैंड तथा घंटाघर जाम करने का ऐलान कर डाला है। ऐसे में प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद श्पहाड़श् बनाम श्मैदानश् का विवाद खत्म होने की बजाय और बढ़ता साफ दिख रहा है। जिसकी बानगी ऋषिकेश में स्पष्ट देखी जा सकती है। बात मंत्री के इस्तीफे के बाद धामी मंत्रिमंडल की स्थिति करें ,तो अब धामी कैबिनेट में कुल पांच सीटें खाली हो गई हैं। इस समय धामी कैबिनेट में सीएम के साथ सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, सौरभ बहुगुणा, गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य समेत सात कैबिनेट मंत्री है। ज्ञात हो कि साल 2022 में सरकार के गठन के बाद से ही प्रदेश में मंत्रियों की तीन कुर्सी खाली पड़ी थी। इसके बाद वर्ष 2023 में कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास का निधन हो गया। जिसके चलते धामी मंत्रिमंडल की एक और सीट खाली हो गई और अब कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने भी इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में वर्तमान समय में धामी मंत्रिमंडल में कुल पांच सीटें खाली हैं ।लिहाजा मंत्रिमंडल के आसार अब खासे प्रबल हो गए हैं।

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