विष्वविद्यालय में 21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम समापन

प्रेस विज्ञप्ति
गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विष्वविद्यालय
पंतनगर, जिला- ऊधमसिंह नगर (उत्तराखण्ड)
पन्तनगर। 18 फरवरी 2025। विष्वविद्यालय के कृषि महाविद्यालय के पादप रोग विज्ञान विभाग में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा प्रायोजित 21-दिवसीय प्रषिक्षण कार्यक्रम “ग्रीन काॅलर एपरोचैच फाॅर सस्टनेबिल प्लांट हैल्थ’ दिनांक 29 जनवरी से 18 फरवरी, 2025 तक आयोजित किया गया जिसका समापन समारोह पादप रोग विज्ञान विभाग के आर.एस. सिंह सभागाार में हुआ। समापन समारोह में विभागाध्यक्ष एवं निदेषक, उच्च संकाय प्रषिक्षण केन्द्र डा. के.पी. सिंह ने प्रषिक्षण कार्यक्रम की आख्या प्रस्तुत की एवं प्रषिक्षण के दौरान हुयी गतिविधियों से अवगत कराया। कार्यक्रम के अध्यक्ष अधिष्ठाता कृषि डा. एस.के. कष्यप ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र वितरित किये और कहा कि पादप रोगों में भूमिजनित पादप रोग का महत्वपूर्ण स्थान है और भूमिजनित रोग कारकों का प्रबन्धन बहुत ही कठिन कार्य है। भूमि की जैविक दषा में सुधार पर कार्य डा. आर.एस. सिंह द्वारा सन् 1963 से प्रारम्भ किया गया, जिसमें मुख्य रूप से भूमि के सूक्ष्म जैविक विभिन्नता की स्थिति को जैविक संषोधन द्वारा बदलाव करना सम्मिलित था जो भूमिजनित रोग के प्रबन्धन में महत्वपूर्ण घटक है। उन्होनें पारिस्थितिकी सन्तुलन का महत्व देते हुए इसे भूमिजनित कारकों के प्रबन्धन में आवष्यक बतलाया तथा जैविक नियंत्रकों को सिंचाई जल में मिश्रित करके (बायोफर्टिकेषन) प्रयोग करने से पाॅलीहाउस में उगाई जाने वाली फसलों मेें काफी प्रभावी बतलाया। उन्होंने बताया कि भूमिषोधन हेतु रसायनों की संख्या बहुत कम है उनमें मिथाइल ब्रोमाइड प्रमुख रसायन था परन्तु ओजोन परत को नुकसान करने के कारण उस पर भी प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। वैज्ञानिकों को भूमिपारिस्थितिकी के सुधार के सम्बन्ध में सोचना होगा एवं अपने शोधों को किसानों के खेत तक पहुंचाने पर विचार करने की आवष्यता पर जोर दिया।
कार्यक्रम में देष के 08 राज्यों से 12 प्रषिक्षणार्थियों ने प्रतिभाग किया जिनमें से डा. सुनील कष्यप, पंजाब से डा. मंजू गोगोई, असम से डा. दुर्गा प्रसाद, त्रिपुरा से एवं राजस्थान से डा. तरूण कुमार जाटव, ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम को महत्वपूर्ण एवं उपयोगी बताते हुए पुनः विश्वविद्यालय में आने की कामना व्यक्त की।
कार्यक्रम के दौरान पादप रोग विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एवं स्वागत सह-समन्वयक डा. रष्मि तिवारी ने किया एवं अन्त में कार्यक्रम समन्वयक डा. एस. के. मिश्रा ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।
ई. मेल चित्र सं. 2. प्रषिक्षण कार्यक्रम में संबोधित करते अधिश्ठाता कृशि डा. एस.के. कष्यप।