राजनीतिक उथल-पुथल के बीच पूर्व विधायक की गतिविधियां चर्चा में
उधमसिंह नगर। एक पूर्व विधायक, जो दो बार इस पद पर रह चुके हैं, अपनी राजनीतिक गतिविधियों के चलते विवादों में घिर गए हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में एक बड़े दल से टिकट न मिलने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए। इसके बाद पार्टी ने उन्हें छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था।
2024 के नगर निकाय चुनावों से पहले उनके एक प्रमुख विपक्षी दल में शामिल होने की चर्चा थी। हालांकि, एक वायरल ऑडियो क्लिप के चलते यह ज्वाइनिंग संभव नहीं हो सकी, ऐसा राजनीतिक जानकारों का कहना है। इसके बाद उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा, लेकिन एक प्रमुख पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में अपना नाम वापस ले लिया।
इस पार्टी के एक वर्तमान विधायक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए उनकी वापसी का विरोध जताया, जिसके कारण उनकी उस दल में वापसी नहीं हो सकी। इसके बावजूद उन्होंने इस पार्टी के उम्मीदवार के लिए प्रचार किया और उनका समर्थन किया। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन 21 जनवरी को उनकी दोहरी भूमिका ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। सुबह उन्होंने एक प्रमुख विपक्षी दल के मेयर प्रत्याशी की रैली में शामिल होकर उनका जोरदार स्वागत किया और समर्थन का संकेत दिया। शाम को उन्होंने एक अन्य पार्टी के पार्षद प्रत्याशी के लिए प्रचार किया। एक ही दिन में विरोधी दलों के पक्ष में उनकी उपस्थिति ने उनकी राजनीतिक निष्ठा और विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। उनके इस रवैये ने जनता के बीच उनकी छवि को लेकर नई बहस छेड़ दी है।