गदरपुरः भाजपा में गुटबाजी खुलकर सड़कों पर, विधायक अरविंद पांडे की उपेक्षा बनी चर्चा का विषय
गदरपुर क्षेत्र में भाजपा संगठन के अंदरूनी मतभेद अब सड़कों पर स्पष्ट दिखाई देने लगे हैं। पार्टी के भीतर लंबे समय से चल रही गुटबाजी ने नगर निकाय चुनावों के दौरान एक नई चर्चा को जन्म दिया है। गदरपुर विधानसभा के विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे की लगातार हो रही उपेक्षा ने जनता के बीच चर्चाओं का माहौल गरम कर दिया है।
विधायक पांडे की लगातार अनदेखी
गदरपुर में भाजपा संगठन के भीतर गुटबाजी का मुद्दा पिछले कुछ समय से गूंज रहा था। इस बार नगर पंचायत और नगर पालिका चुनावों में यह विवाद और गहरा गया है। गूलरभोज नगर पंचायत चुनाव में भाजपा प्रत्याशी चयन के समय से ही विधायक पांडे को नजरअंदाज किया गया। अब गदरपुर नगर पालिका चुनाव में भी उनकी उपेक्षा खुलकर सामने आ रही है।
चुनाव प्रचार में भी गुटबाजी का असर
गदरपुर से भाजपा प्रत्याशी मनोज गुम्बर के प्रचार में लगे वाहनों पर लगे फ्लैक्स में विधायक पांडे की फोटो फटी हुई नजर आई। इस प्रचार वाहन के क्षेत्र में घूमने से पार्टी की गुटबाजी की तस्वीर स्पष्ट हो गई है। स्थानीय लोगों के बीच यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया है। पहले से ही गुटबाजी के कारण पार्टी की छवि पर असर पड़ रहा था, लेकिन प्रचार वाहन के इस घटनाक्रम ने इसे और हवा दे दी है।
विधायक समर्थकों में नाराजगी
तीसरी बार विधायक और पूर्व में कैबिनेट मंत्री रह चुके अरविंद पांडे का क्षेत्र में मजबूत जनाधार है। बावजूद इसके, उनकी अनदेखी से उनके समर्थकों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। माना जा रहा है कि भाजपा की आंतरिक कलह का सीधा असर प्रत्याशी मनोज गुम्बर के चुनाव परिणामों पर पड़ सकता है। आगामी परिणाम पर नजर
गदरपुर में भाजपा के भीतर की गुटबाजी खुलकर सामने आने से पार्टी के समर्थकों और मतदाताओं के बीच एक नकारात्मक संदेश जा रहा है। यह गुटबाजी निकाय चुनावों में पार्टी को कितना प्रभावित करेगी, इसका जवाब आने वाले चुनाव परिणाम देंगे।
भाजपा के भीतर चल रही इस कलह ने पार्टी की एकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे में देखना होगा कि पार्टी इसे कैसे संभालती है और मतदाताओं के बीच अपनी छवि को कैसे सुधारती है।