रुद्रपुर : तराई पूर्वी प्रभाग के जंगलों में बनेंगी चार वन चौकियां
रिपोर्टर – कमल श्रीवास्तव
रुद्रपुर। वनं एवं वन्यजीवों को टी लेकर संवेदनशील तराई- पूर्वी वन प्रभाग के जंगलों में निगरानी बढ़ाने ने के मकसद से चार नई वन चौकियों कका निर्माण कराया जा रहा है। जंगल के भीतर बन रहीं इन चौकियों में गश्त करने वाले वनकर्मियों को ठहरने की सहूलियत मिलेगी।
जंगल में घुसपैठ करने वाले लकड़ी और वन्यजीव तस्करों पर अंकुश लगेगा। दरअसल, तराई पूर्वी वन प्रभाग के जंगलों में बाघ, हाथी, मगरमच्छ सहित तमाम वन्यजीवों के साथ ही बेशकीमती साल, सागौन, खैर, शीशम के जंगल हैं। डिविजन में पड़ने वाले जलाशयों में प्रवासी परिंदों का डेरा है। इस जंगल में मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं के साथ ही लकड़ी और वन्यजीव तस्करी की घटनाएं भी होती हैं।
दो महीने पहले रनसाली रेंज में तस्करों और वनकर्मियों की मुठभेड़ में गोली लगने से एक वनकर्मी जख्मी भी हो गया था। विभाग के अनुसार डिविजन में 100 से अधिक वन चौकियां हैं लेकिन डिविजन के जंगलों में चार संवेदनशील जगह चिहिनत कर वन चौकियों का निर्माण कराया जा रहा है।
यहां बन रहीं नई चौकियां
नई चौकियां किलपुरा क्षेत्र के पूर्वी किलपुरा द्वितीय बीट, खटीमा वन क्षेत्र के टनकपुर बीट, सुरई क्षेत्र के कक्ष संख्या छह और रनसाली वन क्षेत्र के रनसाली द्वितीय बीट में बन रही हैं। इनके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है।